ढाब क्षेत्र के लिए बना स्वास्थ्य केंद्र खुद बीमार
चिरईगांव/वाराणसी। विकास खण्ड अंतर्गत चारों ओर से पानी से घिरे रहने वाले ढाब क्षेत्र के रामचन्दीपुर, रामपुर, रेतापार, गोबरहां, मोकलपुर आदि गांवों की लगभग चालीस हजार की आबादी के लिए ग्राम पंचायत गोबरहां में बना स्वास्थ्य केन्द्र स्वास्थ्य
विभागीय लापरवाही के चलते क्षेत्र के मरीजों के लिए अनुपयोगी साबित हो रहा है। स्थानीय क्षेत्र के रामबली यादव, सोनू सिंह, मनबोध, सुनील यादव, अनमोल सिंह बबलू, फूलबहार, नकछेद निषाद आदि ग्रामीणों ने पड़ताल के दौरान बताया कि ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बड़ी बड़ी जंगली घासों व खरपतवारों का अंबार लगा हुआ है। जिसकी साफ-सफाई नहीं होने से केंद्र पर जहरीला जन्तुओं का बसेरा हो गया है। ग्रामीणों का कहना था कि यह सीधे तौर पर स्वास्थ्य विभागीय लापरवाही का आलम है कि यह केंद्र अब खुद बीमार हो गया है। ऐसे में यहां पर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। जहरीले जंतुओं के भय से केंद्र पर महिलाएं भी अब चेकअप व संस्थागत प्रसव के लिए नहीं पहुंचती है। इस केंद्र पर एक चिकित्सक व फार्मासिस्ट के साथ ही लैब असिस्टेंट की तैनाती है। लेकिन गंदगी व खरपतवारों के अंबार के चलते यहां पर मरीजों का आना-जाना नहीं होता। सबसे अधिक परेशानी क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को उठानी पड़ती है क्योंकि संस्थागत प्रसव कराने के लिए उन्हें निजी चिकित्सालयों का सहारा लेना पड़ता है।
धन प्राप्त होते ही करा दी जायेगी साफ-सफाई इस बाबत चिरईगांव के प्रभारी
चिकित्साधिकारी डा. मनोज कुमार वर्मा ने बताया कि गोबरहां स्वास्थ्य केंद्र पर गर्भवती महिलाओं को प्रसव की सुविधा नहीं मिल पा रही है। लेकिन टीकाकरण का कार्य ढाब क्षेत्र में ही करवाया जाता है। चिकित्सक व फार्मासिस्ट भी वहां जाते है आने वाले लोगों को दवा भी मिलती है। साफ-सफाई के लिए कर्मचारी व धन की आवश्यकता है इसके लिए शासन को पत्र लिखा गया है। धन प्राप्त होते ही साफ-सफाई भी करा दी जायेगी