*मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने किया जटायु का उद्धार।*
*रॉबर्ट्सगंज, सोनभद्र।* नगर के आटीएस प्रांगण में आयोजित श्री रामचरितमानस नवाह पाठ महायज्ञ के छठे दिन महायज्ञ के व्यास श्री सूर्य लाल मिश्र द्वारा भगवती सीता की खोज का वर्णन करते हुए कहा कि-“छल और कपट से भगवती सीता का अपरहण लंकेश द्वारा कर लिया गया। पंचवटी के जंगल में भगवान श्री राम माता जानकी को खोजते हुए विलाप कर रहे हैं-
*हे खग मृग से मधुकर श्रेनी।*
*तुम देखी सीता मृगनैनी।।* *खंजन सूक कपोत मृगमीना* *मधुप निकल कोकिला प्रवीणा।।*
सीता जी को खोजते- खोजते मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम- अनुज लक्ष्मण रावण के प्रहार से घायल गिद्धराज जटायु के पास पहुंचे जटायु ने भगवान श्रीराम को बताया कि-
*तब कह गीध बचन धरी धीरा।*
*सुनहु राम भजन भव भीरा।
*नाथ दशानन यह गति किन्हीं।*
*तेहि खल जनक सुता हरि लीन्हीं।।*
भगवान श्रीराम को यह सूचना देकर जटायु परलोक सिधारजाता है और उसे सद्गति प्रदान कर भगवान श्री राम शबरी के आश्रम में पहुंचते हैं जहां पर सबरी उनका स्वागत- सत्कार करते हुए उन्हें जंगली फल- फूल भोजन के रूप में पर परोसती हैं। श्री राम को निर्जन वन में विलाप करते देख महर्षि नारद को बहुत ही पश्चाताप होता है, क्योंकि उनके शाप के कारण भगवान श्रीराम को यह दिन देखना पड़ा। इसी के साथ छठे दिन के श्री रामचरितमानस का पाठ संपन्न हुआ
वही मानस मंच पर रात्रि प्रवचन में गोरखपुर से पधारे प्रसिद्ध कथावाचक हेमंत तिवारी एवं जौनपुर से पधारे विद्यार्थी जी ने जटायु उद्धार, सबरी उद्धार आदि कथा प्रसंगों को बड़े ही सुंदर ढंग से सुनाया। इस अवसर पर मानस पांडाल में भारी संख्या में भक्तों ने कथा का श्रवण किया और आनंद उठाया।
इस अवसर पर समिति के महामंत्री शुशील पाठक, यजमान अजय शुक्ला, संरक्षक इंद्रदेव सिंह, अयोध्या दुबे, मिठाई लाल सोनी, राकेश त्रिपाठी, मन्नु पाण्डेय, सुधाकर दुबे, महेश दुबे, शलफ खंडेवाल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
वही सुन्दर कांड महिला मंडल की राधा थरड, शीला जैन, सुमन गुप्ता, विमला अग्रवाल, सुचिता खेतान, रोशनी अग्रवाल, निर्मला सिंघल, अन्नू केडिया सहित अन्य सदस्यों द्वारा भोग का प्रसाद चढ़ाया गया।
Up18news se chandramohan Shukla ki report